मुख्यमंत्री ने अम्बाला का नाम देश में रोशन करने वाली दीक्षा मक्कड़ को किया सम्मानित

मुख्यमंत्री ने अम्बाला का नाम देश में रोशन करने वाली दीक्षा मक्कड़ को किया सम्मानित

मुख्यमंत्री ने अम्बाला का नाम देश में रोशन करने वाली दीक्षा मक्कड़ को किया सम्मानित

मुख्यमंत्री ने अम्बाला का नाम देश में रोशन करने वाली दीक्षा मक्कड़ को किया सम्मानित

कोरोना काल में 1000 से अधिक बच्चों को दिया निशुल्क नृत्य कला का प्रशिक्षण

अम्बाला ।(राकेश मकर) अंबाला  के एक साधारण परिवार में जन्मी विलक्षण प्रतिभाओं की धनी दीक्षा मक्कड़ को 73वें गणतंत्र दिवस पर मुख्यमंत्री हरियाणा मनोहर लाल खट्टर ने प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया । दीक्षा को यह सम्मान उनकी कला क्षेत्र की उत्कृष्ट उपलब्धियों व कोरोना काल में 1000 से अधिक बच्चों को जिला बाल कल्याण परिषद अम्बाला के तत्वावधान में निशुल्क नृत्य कला प्रशिक्षण देने व अपने कला कौशल से एक चैरिटी शो द्वारा दिव्यांग व जरूरतमंद मरीजों की आर्थिक मदद‌ करने के लिए मिला है । मास्टर्स की पढ़ाई कर‌ रही दीक्षा अभी तक कला व शैक्षणिक क्षेत्र में 200 से अधिक पुरस्कार प्राप्त कर चुकी है व देश सेवा के लक्ष्य की ओर बढ़ रही है । इस सम्मान की उपलब्धि को लेकर दीक्षा ने इसका श्रेय गुरूजनों, माता पिता, परिवार व समाज को दिया है जिनके आशीर्वाद व दुआओं के चलते वे यहां तक पहुंची हैं । वे जिला रैड क्रास सोसायटी व जिला बाल कल्याण परिषद में आजीवन सदस्य के रूप में भी अपनी सेवाएं दे रही है । वे अम्बाला में बेटियों के सम्मान में बने विश्व के एकमात्र "बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ चौंक" का जिक्र करते हुए अम्बाला के विधायक असीम गोयल को इसका विशेष धन्यवाद देते हुए कहती हैं कि विधायक असीम ने अम्बाला में बेटियों के सम्मान को लेकर जो प्रयास और कदम उठाएं हैं उनसे निश्चित ही यहां की बेटियां सुरक्षित महसूस के साथ साथ स्वतंत्र रूप से आगे‌ बढ़ पा रही हैं । वे कहती हैं कि जिस प्रकार उनके माता पिता ने उन्हें बेटे से भी बढ़कर माना है वैसे ही अन्य सभी अभिभावक भी बेटियों को पढ़ाने व आगे‌ बढ़ाने में कोई कोर कसर न छोड़ें ताकि बेटियां शिक्षित होकर एक नहीं अपितु दो घरों के साथ देश के उज्जवल भविष्य का भी सृजन करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें ।